photos:-भारत-की-5-सबसे-खतरनाक-सड़कें,-जहां-ड्राइविंग-करना-यानी-'जान-की-बाजी-लगाना'!
श्योक और नुब्रा घाटी के गेटवे के लिए , खारदुंग ला को लेह से लगभग 40 किमी दूर दुनिया की सबसे ऊंची मोटरेबल सड़क मानी जाती है. काराकोरम रेंज में स्थित, ये दर्रा घाटी के लुभावने नजारे देती है.अगर आप कुछ एडवेंचर्स करना चाहते हैं तो ड्राइव के लिए ये जगह काफी बेहतर है. यहां कारों और मोटरबाइकों के लिए ये काफी स्मूथ है. लेह से खारदुंग ला तक सुबह 9 बजे से दोपहर 1 बजे के बीच, और दोपहर 1 बजे से शाम 5 बजे तक खारदुंग ला से लेह तक जाने की अनुमति है. यहां मौसम अधिकतर ज्यादा खराब रहता है. इसलिए खराब स्थिति के लिए तैयार रहने जरूरत रहती है. मई और अक्टूबर के बीच के महीनों में यहां ड्राइव करना काफी सही रहता है.

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श्योक और नुब्रा घाटी के गेटवे के लिए , खारदुंग ला को लेह से लगभग 40 किमी दूर दुनिया की सबसे ऊंची मोटरेबल सड़क मानी जाती है. काराकोरम रेंज में स्थित, ये दर्रा घाटी के लुभावने नजारे देती है.अगर आप कुछ एडवेंचर्स करना चाहते हैं तो ड्राइव के लिए ये जगह काफी बेहतर है. यहां कारों और मोटरबाइकों के लिए ये काफी स्मूथ है. लेह से खारदुंग ला तक सुबह 9 बजे से दोपहर 1 बजे के बीच, और दोपहर 1 बजे से शाम 5 बजे तक खारदुंग ला से लेह तक जाने की अनुमति है. यहां मौसम अधिकतर ज्यादा खराब रहता है. इसलिए खराब स्थिति के लिए तैयार रहने जरूरत रहती है. मई और अक्टूबर के बीच के महीनों में यहां ड्राइव करना काफी सही रहता है.