कटनी में आदिवासी की जमीन पर कब्जे को लेकर दिग्विजय सिंह ने सीएम को पत्र लिखा है। – फोटो : सोशल मीडिया
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कटनी के आदिवासी परिवार की जमीन पर खनन कर लाखों रुपये की खनिज संपदा की चोरी करने का मामला सामने आया है। इसे लेकर मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने सीएम शिवराज सिंह चौहान को चिट्ठी लिखी है। पूर्व मुख्यमंत्री ने आरोपी परिवार को कटनी जिला भाजपा का पदाधिकारी बताते हुए कहा कि दबाववश पुलिस और प्रशासन कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है।
दिग्विजय सिंह ने अपनी चिट्ठी पर कटनी दौरे का जिक्र करते हुए कहा की पीड़ित आदिवासी रतिया कोल के परिवारों से मिलने विजयराघवगढ़ तहसील गया, जहां स्थानीय रहवासियों ने ग्राम कलहेरा निवासी रतिया कोल की प्रताड़ना के बारे में बताया। रतिया कोल की बिचपुरा गांव में खसरा नम्बर 1037/1,2,3 में दो हेक्टेयर जमीन है। इस जमीन पर जिला भाजपा के कोषाध्यक्ष रहे विश्वनाथ गुप्ता के बेटों ने अतिक्रमण कर लिया है। सरोज मिनरल्स के संचालक राहुल और मुकेश गुप्ता ने रतिया कोल की जमीन पर कब्जा कर लिया। रतिया कोल ने जब जमीन का सीमांकन कराया तो 5 एकड़ जमीन में से एक एकड़ पर अवैध खनन पाया गया। पीड़ित किसान रतिया कोल जब खनन व्यापारी गुप्ता बंधुओं से क्षतिपूर्ति का हर्जाना मांगने गया तो उसे गाली गलौज और अभद्रता करते हुए वहां से भगा दिया गया।
बरही पुलिस से लेकर प्रदेश की राजधानी स्थित सभी प्रमुख दफ्तरों में रतिया कोल अर्जी देकर अपनी जमीन से कब्जा हटाने और मुआवजा दिए जाने की मांग कर चुका है। लेकिन किसी भी स्तर पर उसकी कोई सुनवाई नहीं हुई है। रतिया कोल का आरोप है कि गुप्ता बंधुओं को स्थानीय विधायक सहित सत्ताधारी दल का संरक्षण प्राप्त होने से कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही है। कटनी जिले के आदिवासी किसानों की जमीन पर बेजा कब्जे किए जाने के कई मामले सामने आ रहे हैं। लोगों का कहना है कि खनन माफियाओं को सत्ताधारी दल का सीधा संरक्षण प्राप्त है। इसलिए जिला प्रशासन कोई कार्रवाई करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने सीएम शिवराज से मांग की है कि आरोपियों के विरुद्ध और उन्हें संरक्षण देने वाले पुलिस कर्मियों के खिलाफ एससी-एसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया जाए और रतिया कोल के मामले में तत्काल कब्जा हटाने और पीड़ित परिवार को क्षतिपूर्ति दिए जाने के निर्देश देने का आग्रह किया है।
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