न्यूज डेस्क, अमर उजाला, शहडोल Published by: अरविंद कुमार Updated Sat, 17 Jun 2023 07: 35 PM IST
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 27 जून को शहडोल जिले के लालपुर मैदान से जनसभा को संबोधित करेंगे। यहां से 17 राज्यों के लिए सिकलसेल-एनीमिया मिशन का शुभारंभ भी करेंगे। एक करोड़ हितग्राहियों को स्वास्थ्य लाभ लेने के लिए आयुष्मान कार्ड भी सौंपेंगे। अन्य योजनाओं में हितग्राही को लाभ वितरण करेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी – फोटो : सोशल मीडिया
विस्तार देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आगामी 27 जून को शहडोल जिले में आएंगे। शासन-प्रशासन इसकी तैयारियों में जुट गया है। बताया जा रहा है कि पीएम मोदी लालपुर मैदान से जनसभा को संबोधित करेंगे। इसी मैदान से सिकलसेल एनीमिया मिशन का शुभारंभ भी करेंगे। इसका फायदा देश के 17 राज्यों को मिलेगा।
कार्यक्रम के दौरान ही एक करोड़ हितग्राहियों को आयुष्मान कार्ड वितरित किए जाएंगे। जिला प्रशासन प्रधानमंत्री के आगमन की तैयारियों में तेजी से जुट गया है। SPG के AIG भी दिल्ली से शहडोल आकर डेरा डाल चुके हैं। वो सभा स्थल से लेकर पकरिया गांव में मोदी जनजातीय समुदाय के घर जाएंगे, वहां की सुरक्षा व्यवस्था देख रहे हैं।
इस बीच PM मोदी के कार्यक्रम में आंशिक बदलाव भी किया गया है। पहले मोदी भोपाल कार्यक्रम के बाद दोपहर तीन बजे शहडोल आने वाले थे और रात आठ बजे वापस रवाना होने वाले थे। वो लगभग पांच घंटे जिले में रहते, लेकिन सुरक्षा मानकों को देखते हुए इस कार्यक्रम को बदल दिया गया है। अब दिल्ली से पहले वो शहडोल आएंगे, यहां के कार्यक्रम में हिस्सा लेने के बाद वो भोपाल के कार्यक्रमों में शिरकत करेंगे।
2018 के बाद 2023 में फिर लालपुर में मोदी…
साल 2018 के विधानसभा चुनाव के दौरान नवंबर में PM मोदी लालपुर मैदान पर जनसभा को संबोधित करने आए थे। PM मोदी के इस दौरे का विंध्य में अच्छा खासा प्रभाव पड़ा था। इसमें भाजपा ने 24 सीटों में जीत हासिल की थी। कांग्रेस को सिर्फ छह सीटों में संतोष करना पड़ा था। विंध्य के सात जिले सतना, रीवा, सीधी, सिंगरौली, शहडोल, उमरिया और अनूपपुर में विधानसभा की 30 सीटें शामिल हैं। कांग्रेस की जीत वाली छह सीटों में तीन अनुपपुर जिले की कोतमा, पुष्पराजगढ़ और अनुपपुर थी। उपचुनाव में बाद अनुपपुर सीट भाजपा के कब्जे में चली गई है।
आदिवासियों के बीच पैठ बनाए है एनीमिया-सिकलसेल…
मध्यप्रदेश में जनजातीय समुदाय के बीच एनीमिया और सिकलसेल जैसी गंभीर बीमारी जड़ जमाए हुए है। जनजातीय समुदाय का लगभग हर घर इससे प्रभावित है। ऐसी स्थिति में आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र से इस अभियान की शुरुआत करना भाजपा के पक्ष जा सकता है। एनीमिया-सिकलसेल हीमोग्लोबिनोपैथी लाल रक्त कोशिकाओं का एक अनुवांशिक रोग है। इसमें मुख्य रूप से सिकल सेल एनीमिया और थैलेसिमिया शामिल है।
सिकलसेल-एनीमिया ऐसा रक्त विकार है, जिसमें लाल रक्त कोशिकाएं जल्दी टूट जाती हैं। इसके कारण एनीमिया और अन्य जटिलताएं जैसे कि वेसो- ओक्लुसिव क्राइसिस, फेफड़ों में संक्रमण, एनीमिया, गुर्दे और यकृत की विफलता, स्ट्रोक आदि की बीमारी और यहां तक की पीड़ित के मौत तक की आशंका रहती है। प्रदेश में आए दिन जनजातीय समुदाय की मौतें एनीमिया सिकलसेल में कारण हो रही हैं।
MP के इन जिलों में ज्यादा प्रभाव…
प्रदेश में एनीमिया सिकलसेल आदिवासी बाहुल्य इलाकों में ज्यादा फैला हुआ है। इनमें शहडोल, उमरिया, अनुपपुर, बालाघाट, डिंडोरी, मंडला, सिवनी, छिंदवाड़ा, बड़वानी, अलीराजपुर, बुरहानपुर, बैतूल, धार, शिवपुरी, होशंगाबाद, जबलपुर, खंडवा, खरगोन, रतलाम, सिंगरौली और सीधी के नाम शामिल हैं।
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