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सांकेतिक तस्वीर - फोटो : अमर उजाला विस्तार सिवनी जिले के कान्हीवाड़ा पुलिस थाना क्षेत्र में मुंडरई गांव में 55 साल की एक महिला को आवारा कुत्तों ने मार डाला। फिर उसका मांस नोंच-नोंचकर खाने लगे। महिला घर से खेत के लिए निकली थी। रास्ते में ही उस पर कुत्तों ने हमला कर दिया। महिला के शरीर पर जानवरों के काटने के निशान मिले हैं। वन विभाग के अधिकारियों का दावा है कि वन्यप्राणी नहीं है। इसका मतलब है कि कुत्तों ने ही महिला की जान ले ली।  महिला की शिनाख्त मुंडरई गांव की 55  वर्षीय केसरबाई पति गणेश्वर हनवत के तौर पर हुई है। महिला का खेत घर से एक किलोमीटर दूर है। वह खेत के लिए निकली थी। इसी दौरान कुत्तों ने उस पर हमला कर जान ले ली। परिजनों के मुताबिक केसरबाई सुबह सात बजे खेत के लिए निकली थी। खेत के पास बंदरों के आसपास आवारा कुत्तों का झुंड मंडरा रहा था। कुछ देर बाद वहां से निकल रहे लोगों ने महिला का शव खाते कुत्तों के झुंड को देखा। उन्होंने पुलिस और ग्रामीणों को बुलाया। महिला के लहूलुहान शव में पैरों व हाथ की हड्डियां नजर आने लगी थी। घटना से गांव में सनसनी फैल गई।  फोरेंसिक रिपोर्ट से मिलेगा सही कारण कान्हीवाड़ा पुलिस थाना प्रभारी मोहनीश सिंह ने कहा कि पोस्टमॉर्टम कराया गया है। जानवरों के हमले के गहरे घाव साफ दिख रहे हैं। डॉक्टरों ने कहा है कि कुत्ते के काटने से महिला की मौत हो सकती है। कोई और चोट के निशान नजर नहीं आए हैं। फोरेंसिक रिपोर्ट आने के बाद स्थिति साफ हो सकेगी। वन्यप्राणी के हमले की आशंका को देखते हुए वन विभाग के अफसर भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने आसपास के इलाके की जांच की। उन्हें किसी भी हिंसक जानवर के होने के पगमार्ग नहीं मिले हैं। उन्होंने सीधे-सीधे कुत्तों को ही मौत का जिम्मेदार बताया है। सिवनी के वन विभाग के एसडीओ योगेश पटेल ने कहा कि जिस तरह से महिला का मांस खाया गया है, उससे साफ दिख रहा है कि यह काम वन्यप्राणी का नहीं है। पांच किमी के दायरे में कोई जंगल भी नहीं है।   नगर निगम ने छोड़ा था इन कुत्तों को ग्रामीणों का आरोप है कि मुंडरई गांव में बीते डेढ़ साल से कुत्तों का आतंक है। सिवनी के नगर पालिका प्रशासन ने आवारा कुत्तों को पकड़ा और मुंडरई गांव के पास छोड़ दिया। 15 खूंखार कुत्तों का झुंड आए दिन पालतू जानवरों और बंदरों का शिकार करता है। अब तक 50 बकरियों और जंगली बंदरों को यह कुत्ते मार चुके हैं। दो दिन पहले भी एक बकरी का शिकार किया था। हालांकि, सिवनी नगर परिषद के सीएमओ आरके करवेटी ने कहा कि पिछले दिनों शहर में आवारा कुत्तों के खिलाफ कोई अभियान नहीं चलाया गया है।  

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सांकेतिक तस्वीर – फोटो : अमर उजाला

विस्तार सिवनी जिले के कान्हीवाड़ा पुलिस थाना क्षेत्र में मुंडरई गांव में 55 साल की एक महिला को आवारा कुत्तों ने मार डाला। फिर उसका मांस नोंच-नोंचकर खाने लगे। महिला घर से खेत के लिए निकली थी। रास्ते में ही उस पर कुत्तों ने हमला कर दिया। महिला के शरीर पर जानवरों के काटने के निशान मिले हैं। वन विभाग के अधिकारियों का दावा है कि वन्यप्राणी नहीं है। इसका मतलब है कि कुत्तों ने ही महिला की जान ले ली। 

महिला की शिनाख्त मुंडरई गांव की 55  वर्षीय केसरबाई पति गणेश्वर हनवत के तौर पर हुई है। महिला का खेत घर से एक किलोमीटर दूर है। वह खेत के लिए निकली थी। इसी दौरान कुत्तों ने उस पर हमला कर जान ले ली। परिजनों के मुताबिक केसरबाई सुबह सात बजे खेत के लिए निकली थी। खेत के पास बंदरों के आसपास आवारा कुत्तों का झुंड मंडरा रहा था। कुछ देर बाद वहां से निकल रहे लोगों ने महिला का शव खाते कुत्तों के झुंड को देखा। उन्होंने पुलिस और ग्रामीणों को बुलाया। महिला के लहूलुहान शव में पैरों व हाथ की हड्डियां नजर आने लगी थी। घटना से गांव में सनसनी फैल गई। 

फोरेंसिक रिपोर्ट से मिलेगा सही कारण
कान्हीवाड़ा पुलिस थाना प्रभारी मोहनीश सिंह ने कहा कि पोस्टमॉर्टम कराया गया है। जानवरों के हमले के गहरे घाव साफ दिख रहे हैं। डॉक्टरों ने कहा है कि कुत्ते के काटने से महिला की मौत हो सकती है। कोई और चोट के निशान नजर नहीं आए हैं। फोरेंसिक रिपोर्ट आने के बाद स्थिति साफ हो सकेगी। वन्यप्राणी के हमले की आशंका को देखते हुए वन विभाग के अफसर भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने आसपास के इलाके की जांच की। उन्हें किसी भी हिंसक जानवर के होने के पगमार्ग नहीं मिले हैं। उन्होंने सीधे-सीधे कुत्तों को ही मौत का जिम्मेदार बताया है। सिवनी के वन विभाग के एसडीओ योगेश पटेल ने कहा कि जिस तरह से महिला का मांस खाया गया है, उससे साफ दिख रहा है कि यह काम वन्यप्राणी का नहीं है। पांच किमी के दायरे में कोई जंगल भी नहीं है।  

नगर निगम ने छोड़ा था इन कुत्तों को
ग्रामीणों का आरोप है कि मुंडरई गांव में बीते डेढ़ साल से कुत्तों का आतंक है। सिवनी के नगर पालिका प्रशासन ने आवारा कुत्तों को पकड़ा और मुंडरई गांव के पास छोड़ दिया। 15 खूंखार कुत्तों का झुंड आए दिन पालतू जानवरों और बंदरों का शिकार करता है। अब तक 50 बकरियों और जंगली बंदरों को यह कुत्ते मार चुके हैं। दो दिन पहले भी एक बकरी का शिकार किया था। हालांकि, सिवनी नगर परिषद के सीएमओ आरके करवेटी ने कहा कि पिछले दिनों शहर में आवारा कुत्तों के खिलाफ कोई अभियान नहीं चलाया गया है।  

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