murder-mystery:-मौत-के-नौ-दिन-बाद-भी-शख्स-कर-रहा-था-मैसेज,-गाड़ी-चलाते-हुए-दिखा,-हिला-देगी-मर्डर-की-ये-कहानी
सांकेतिक तस्वीर - फोटो : सोशल मीडिया विस्तार मध्यप्रदेश के जबलपुर में एक सनसनीखेज हत्याकांड को अंजाम दिया गया। पुलिस ने जब मार्डर मिस्ट्री की परतें खोलीं तो हर कोई दंग था। किसी की समझ में यह नहीं आ रहा था कि आखिर एक दोस्त अपने ही दोस्त को इतनी बेरहमी से कैसे मार सकता है। पुलिस की मानें तो पैसों की लेनदेन और चरित्र पर संदेह के चलते इस नृशंस हत्याकांड को अंजाम दिया गया। चौंकाने वाली बात यह है कि मौत के नौ दिन बाद भी मृतक के मोबाइल फोन से मैसेज आए और सीसीटीवी कैमरे में उसे स्कूटी चलाते हुए देखा गया। पुलिस ने मामले की गंभीरता से छानबीन की तो सारा माजरा समझ में आया। हत्यारोपी ने इतनी चालाकी से वारदात को अंजाम दिया था कि कोई कुछ समझ ही न पाए। लेकिन, कहा जाता है कि अपराधी कितना भी शातिर क्यों न हो वह कोई न कोई सुराग छोड़ ही देता है। 16 फरवरी 2023 से था लापता...  45 साल का अनुपम शर्मा 16 फरवरी 2023 से लापता था। वह कहां था, परिजनों को भी इसके बारे में कुछ पता नहीं था। आखिरकार, अनुपम के परिजनों ने पुलिस में इस बाबत शिकायत दी। पुलिस ने इस मामले में चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। पुलिस का कहना है कि अनुपम की 16 फरवरी को ही हत्या कर दी गई थी। आश्चर्य की बात यह है कि अनुपम के मोबाइल फोन से परिजनों को आखिरी मैसेज 25 फरवरी को आया था। उस वक्त इसका लोकेशन नासिक में था। आखिरी मैसेज में कथित तौर पर अनुपम ने लिखा था, मैं आध्यात्म की राह पर निकल गया हूं। मैं आश्रम आ गया हूं, अब से मैं मौन व्रत पर रहूंगा। अपनी गलतियों के चलते मैं यह राह चुन रहा हूं। बड़ा सवाल- कौन कर रहा था मैसेज... अनुपम के दोस्त टोनी की भी 25 फरवरी को मौत हो गई। सवाल उठने लगे कि अनुपम के बाद टोनी भी इस दुनिया में नहीं रहा। ऐसे में आखिर इसके पीछे का रहस्य क्या है? अब 50 दिन बाद इस हत्याकांड का पर्दाफाश हुआ है। पुलिस का दावा है, अनुपम का पहले गला घोंटा गया। उसके बाद आरी से उसके शव के आठ टुकड़े कर दिए गए थे। जबलपुर के एसपी तुषार कांत विद्यार्थी ने बताया, अनुपम शर्मा की गुमशुदगी की रिपोर्ट संजीवनी नगर थाने में दर्ज कराई गई थी। उस समय से ही मामला संदिग्ध लग रहा था। हत्याकांड को अनुपम के दोस्त टोनी ने अंजाम दिया था। हत्यारोपी टोनी ने इसमें अपने किरायेदार रामप्रकाश पूनिया को भी शामिल किया था। रामप्रकाश ही अनुपम के मोबाइल से मैसेज कर रहा था, ताकि लगे कि वह जिंदा है। मौत के बाद भी स्कूटी चलाता दिखा मृतक... हत्याकांड की छानबीन शुरू की गई तो एक और हैरतअंगेज बात सामने आई। हत्या के बाद भी अनुपम को स्कूटी चलाते हुए देखा गया। सीसीटीवी कैमरे की फुटेज को देखकर एक बार तो पुलिस के भी होश उड़ गए। फिर मामले की छानबीन शुरू की गई तो खेल समझ में आया। दरअसल, रामप्रकाश ने अनुपम के कपड़े पहनकर उनकी स्कूटी चलाई थी, ताकि लोगों को लगे कि अनुपम जिंदा है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि अनुपम ने टोनी को 25 लाख रुपये दिए थे और वह उससे अब पैसे मांगने लगा था। इसके बाद टोनी ने रामप्रकाश के साथ मिलकर खौफनाक साजिश रच डाली।

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सांकेतिक तस्वीर – फोटो : सोशल मीडिया

विस्तार मध्यप्रदेश के जबलपुर में एक सनसनीखेज हत्याकांड को अंजाम दिया गया। पुलिस ने जब मार्डर मिस्ट्री की परतें खोलीं तो हर कोई दंग था। किसी की समझ में यह नहीं आ रहा था कि आखिर एक दोस्त अपने ही दोस्त को इतनी बेरहमी से कैसे मार सकता है। पुलिस की मानें तो पैसों की लेनदेन और चरित्र पर संदेह के चलते इस नृशंस हत्याकांड को अंजाम दिया गया।

चौंकाने वाली बात यह है कि मौत के नौ दिन बाद भी मृतक के मोबाइल फोन से मैसेज आए और सीसीटीवी कैमरे में उसे स्कूटी चलाते हुए देखा गया। पुलिस ने मामले की गंभीरता से छानबीन की तो सारा माजरा समझ में आया। हत्यारोपी ने इतनी चालाकी से वारदात को अंजाम दिया था कि कोई कुछ समझ ही न पाए। लेकिन, कहा जाता है कि अपराधी कितना भी शातिर क्यों न हो वह कोई न कोई सुराग छोड़ ही देता है।

16 फरवरी 2023 से था लापता… 
45 साल का अनुपम शर्मा 16 फरवरी 2023 से लापता था। वह कहां था, परिजनों को भी इसके बारे में कुछ पता नहीं था। आखिरकार, अनुपम के परिजनों ने पुलिस में इस बाबत शिकायत दी। पुलिस ने इस मामले में चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। पुलिस का कहना है कि अनुपम की 16 फरवरी को ही हत्या कर दी गई थी। आश्चर्य की बात यह है कि अनुपम के मोबाइल फोन से परिजनों को आखिरी मैसेज 25 फरवरी को आया था। उस वक्त इसका लोकेशन नासिक में था। आखिरी मैसेज में कथित तौर पर अनुपम ने लिखा था, मैं आध्यात्म की राह पर निकल गया हूं। मैं आश्रम आ गया हूं, अब से मैं मौन व्रत पर रहूंगा। अपनी गलतियों के चलते मैं यह राह चुन रहा हूं।

बड़ा सवाल- कौन कर रहा था मैसेज…
अनुपम के दोस्त टोनी की भी 25 फरवरी को मौत हो गई। सवाल उठने लगे कि अनुपम के बाद टोनी भी इस दुनिया में नहीं रहा। ऐसे में आखिर इसके पीछे का रहस्य क्या है? अब 50 दिन बाद इस हत्याकांड का पर्दाफाश हुआ है। पुलिस का दावा है, अनुपम का पहले गला घोंटा गया। उसके बाद आरी से उसके शव के आठ टुकड़े कर दिए गए थे। जबलपुर के एसपी तुषार कांत विद्यार्थी ने बताया, अनुपम शर्मा की गुमशुदगी की रिपोर्ट संजीवनी नगर थाने में दर्ज कराई गई थी। उस समय से ही मामला संदिग्ध लग रहा था। हत्याकांड को अनुपम के दोस्त टोनी ने अंजाम दिया था। हत्यारोपी टोनी ने इसमें अपने किरायेदार रामप्रकाश पूनिया को भी शामिल किया था। रामप्रकाश ही अनुपम के मोबाइल से मैसेज कर रहा था, ताकि लगे कि वह जिंदा है।

मौत के बाद भी स्कूटी चलाता दिखा मृतक…
हत्याकांड की छानबीन शुरू की गई तो एक और हैरतअंगेज बात सामने आई। हत्या के बाद भी अनुपम को स्कूटी चलाते हुए देखा गया। सीसीटीवी कैमरे की फुटेज को देखकर एक बार तो पुलिस के भी होश उड़ गए। फिर मामले की छानबीन शुरू की गई तो खेल समझ में आया।

दरअसल, रामप्रकाश ने अनुपम के कपड़े पहनकर उनकी स्कूटी चलाई थी, ताकि लोगों को लगे कि अनुपम जिंदा है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि अनुपम ने टोनी को 25 लाख रुपये दिए थे और वह उससे अब पैसे मांगने लगा था। इसके बाद टोनी ने रामप्रकाश के साथ मिलकर खौफनाक साजिश रच डाली।

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