प्रिसिंपल हत्याकांड में चालान पेश - फोटो : अमर उजाला, इंदौर विस्तार बीएम कॉलेज की प्रिंसिपल विमुक्ता शर्मा की हत्या के मामले में पुलिस ने कोर्ट में ३०० पेज का चालान पेश किया। जिसमें मौत से पहले प्राचार्य के बयान, आरोपी का कबूलनामा और हत्या के सबूतों का उल्लेख है। कोर्ट में पेश किए गए चालान में बताया गया कि प्राचार्य को जलाने से पहले आरोपी छात्र आशुतोष श्रीवास्तव ने दोस्त से ऑनलाइन पैसे उधार मांगे। उसके बाद उसने बाइक में पेट्रोल भरवाया। फिर ५० रुपये में बाल्टी खरीदी और पेट्रोल निकालने के लिए नली भी खरीदी थी। हत्या की योजना बनाकर आया था आरोपी छात्र प्राचार्य की हत्या की योजना बनाकर आया था। कॉलेज में प्रवेश करने के बाद पहले उसने बाल्टी में पेट्रोल निकाला और फिर प्राचार्य को खोजने लगा। जब वे कार से जाते हुए दिखी तो उसने कार को रोका और प्राचार्य के कार से उतरने का इंतजार किया। इसके बाद उसने पेट्रोल डालकर आग लगा दी। घटना के २५ दिन बाद चालान पेश प्राचार्य हत्याकांड में पुलिस विभाग की लापरवाही भी नजर आई थी। कॉलेज की तरफ से तीन बार आरोपी छात्र की शिकायतें की गई थी, लेकिन पुलिस अफसरों ने एक्शन नहीं लिया। इस मामले में तीन पुलिस अफसरों पर गाज गिरी। अब पुलिस ने चालान पेश करने में देरी नहीं की। हत्याकांड के २५ दिन बाद पुलिस ने चालान पेश कर दिया। प्राचार्य का बयान महत्वपूर्ण मौत के पहले प्राचार्य विमुक्ता शर्मा ने पुलिस को बयान दिया था। जिसमें उन्होंने बताया था कि वे कॉलेज से कार में सवार होकर घर के लिए निकली थी और आशुतोष ने कार रोक ली और दबाव बनाया कि कॉलेज के जिस प्रोफेसर विजय पटेल ने उस पर केस दर्ज कराया है, वह वापस ले और राजीनामा कर ले। मैने उससे कहा था कि यह मेरे हाथ में नहीं है। आरोपी छात्र ने भेजे थे प्रिंसिपल को वाट्सअप पर मैसेज हत्या करने से पहले आरोपी छात्र प्रिंसिपल विमुक्ता शार्र्म को मैसेज कर धमकियां भी दी थी। उसने मैसेज में लिखा था कि मैं तुम्हारे बुरे के लिए हर मंगलवार और शनिवार निर्जला व्रत रखूंगा। दूसरे मैसेज में लिखा कि सब पास हो गए, सिर्फ मैं ही फेल हुआ हुूं। मुझे पास करवा दो। नहीं किया तो तुम मेरे श्राप से मर जाओगे। मुझे २० हजार रुपये वापस कर दो, डिग्री भी नहीं चाहिए। कॉलेज छोड़ दूंगा। यह मैसेज छात्र आशुतोष ने पिछले साल फरवरी से जून के बीच भेजे थे। नली दुकानदार ने नहीं दी तो खरीदी आरोपी छात्र ने प्रिंसिपल को पेट्रोल से जलाने के लिए पहले एक दुकानदार से पुरानी नली उधार मांगी। उसने नली नहीं दी तो ३९ रुपये में उसने नली खरीदी। उसका पैमेंट भी उसने ऑनलाइन किया। ७०० रुपये का उसने बाइक में पेट्रोल भराया था। उसका पैमेंट भी उसने ऑनलाइन किया। इस पैमेंट के सबूत भी पुलिस ने पेश किए गए चालान में लगाए। खुद भी जल गया था आरोपी आरोपी आशुतोष ने २० फरवरी को विमुक्ता शर्मा की कॉलेज परिसर में ही आग लगाकर जला दिया था। उन्हें गंभीर अवस्था में अस्पताल में भर्ती किया गया था। आरोपी ने लाइटर से आग लगाई थी तो प्रिंसिपल ने उसे पकड़ लिया था। इस कारण उसके भी हाथ झुलस गए थे। प्रिंसिपल को जलाने के बाद वह खुद भी आत्महत्या करने तिंछा फॉल गया था, लेकिन पुलिस उसका पीछा करते हुए वहां से उसे पकड़ कर ले आई थी।  

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प्रिसिंपल हत्याकांड में चालान पेश – फोटो : अमर उजाला, इंदौर

विस्तार बीएम कॉलेज की प्रिंसिपल विमुक्ता शर्मा की हत्या के मामले में पुलिस ने कोर्ट में ३०० पेज का चालान पेश किया। जिसमें मौत से पहले प्राचार्य के बयान, आरोपी का कबूलनामा और हत्या के सबूतों का उल्लेख है। कोर्ट में पेश किए गए चालान में बताया गया कि प्राचार्य को जलाने से पहले आरोपी छात्र आशुतोष श्रीवास्तव ने दोस्त से ऑनलाइन पैसे उधार मांगे। उसके बाद उसने बाइक में पेट्रोल भरवाया। फिर ५० रुपये में बाल्टी खरीदी और पेट्रोल निकालने के लिए नली भी खरीदी थी।

हत्या की योजना बनाकर आया था
आरोपी छात्र प्राचार्य की हत्या की योजना बनाकर आया था। कॉलेज में प्रवेश करने के बाद पहले उसने बाल्टी में पेट्रोल निकाला और फिर प्राचार्य को खोजने लगा। जब वे कार से जाते हुए दिखी तो उसने कार को रोका और प्राचार्य के कार से उतरने का इंतजार किया। इसके बाद उसने पेट्रोल डालकर आग लगा दी।

घटना के २५ दिन बाद चालान पेश
प्राचार्य हत्याकांड में पुलिस विभाग की लापरवाही भी नजर आई थी। कॉलेज की तरफ से तीन बार आरोपी छात्र की शिकायतें की गई थी, लेकिन पुलिस अफसरों ने एक्शन नहीं लिया। इस मामले में तीन पुलिस अफसरों पर गाज गिरी। अब पुलिस ने चालान पेश करने में देरी नहीं की। हत्याकांड के २५ दिन बाद पुलिस ने चालान पेश कर दिया।

प्राचार्य का बयान महत्वपूर्ण
मौत के पहले प्राचार्य विमुक्ता शर्मा ने पुलिस को बयान दिया था। जिसमें उन्होंने बताया था कि वे कॉलेज से कार में सवार होकर घर के लिए निकली थी और आशुतोष ने कार रोक ली और दबाव बनाया कि कॉलेज के जिस प्रोफेसर विजय पटेल ने उस पर केस दर्ज कराया है, वह वापस ले और राजीनामा कर ले। मैने उससे कहा था कि यह मेरे हाथ में नहीं है।

आरोपी छात्र ने भेजे थे प्रिंसिपल को वाट्सअप पर मैसेज
हत्या करने से पहले आरोपी छात्र प्रिंसिपल विमुक्ता शार्र्म को मैसेज कर धमकियां भी दी थी। उसने मैसेज में लिखा था कि मैं तुम्हारे बुरे के लिए हर मंगलवार और शनिवार निर्जला व्रत रखूंगा। दूसरे मैसेज में लिखा कि सब पास हो गए, सिर्फ मैं ही फेल हुआ हुूं। मुझे पास करवा दो। नहीं किया तो तुम मेरे श्राप से मर जाओगे। मुझे २० हजार रुपये वापस कर दो, डिग्री भी नहीं चाहिए। कॉलेज छोड़ दूंगा। यह मैसेज छात्र आशुतोष ने पिछले साल फरवरी से जून के बीच भेजे थे।

नली दुकानदार ने नहीं दी तो खरीदी
आरोपी छात्र ने प्रिंसिपल को पेट्रोल से जलाने के लिए पहले एक दुकानदार से पुरानी नली उधार मांगी। उसने नली नहीं दी तो ३९ रुपये में उसने नली खरीदी। उसका पैमेंट भी उसने ऑनलाइन किया। ७०० रुपये का उसने बाइक में पेट्रोल भराया था। उसका पैमेंट भी उसने ऑनलाइन किया। इस पैमेंट के सबूत भी पुलिस ने पेश किए गए चालान में लगाए।

खुद भी जल गया था आरोपी

आरोपी आशुतोष ने २० फरवरी को विमुक्ता शर्मा की कॉलेज परिसर में ही आग लगाकर जला दिया था। उन्हें गंभीर अवस्था में अस्पताल में भर्ती किया गया था। आरोपी ने लाइटर से आग लगाई थी तो प्रिंसिपल ने उसे पकड़ लिया था। इस कारण उसके भी हाथ झुलस गए थे। प्रिंसिपल को जलाने के बाद वह खुद भी आत्महत्या करने तिंछा फॉल गया था, लेकिन पुलिस उसका पीछा करते हुए वहां से उसे पकड़ कर ले आई थी।  

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