(सांकेतिक तस्वीर) – फोटो : सोशल मीडिया
विस्तार सीहोर में उधारी का डेढ़ लाख रुपया मांगे जाने से परेशान एक दोस्त ने अपने ही दोस्त को मौत के घाट उतार दिया। पुलिस के लंबे हाथों से वह बच नहीं सका। पुलिस ने अंधे कत्ल का पर्दाफाश कर दिया है।
पुलिस के अनुसार 20 फरवरी को मंडी पुलिस को सूचना प्राप्त हुई कि लच्छू यादव के खेत में राधेश्याम बिहार कालोनी मुगीसपुर के पास एक अज्ञात व्यक्ति की लाश पड़ी है। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मृतक की मोटर साइकिल व कपड़े के आधार पर उसकी शिनाख्त दीपक वर्मा पिता विनोद वर्मा उम्र 22 साल निवासी हसनाबाद थाना कोतवाली सीहोर के रूप में की। उसके परिजनों ने उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखाई थी। शुभम वर्मा की सूचना पर मर्ग कायम कर प्रथमदृष्टया हत्या का मामला पाए जाने पर अज्ञात आरोपी के विरुद्ध धारा 302 भादंवि कायम किया गया।
एसपी ने जांच के लिए बनाई थी टीमें
मामले की गंभीरता को देखते हुये सीहोर के पुलिस अधीक्षक मयंक अवस्थी के निर्देश पर एएसपी गीतेश गर्ग एवं सीएसपी निरंजन सिंह राजपूत के मार्गदर्शन में टीम बनाई गई। तकनीकी साक्ष्य के आधार पर संजय वर्मा पिता लक्ष्मीनारायण वर्मा 24 साल निवासी ग्राम खंडवा थाना श्यामपुर जिला सीहोर को हिरासत में लिया गया। उससे योजनाबद्ध तरीके से पूछताछ की तो उसने जुर्म कबूल कर लिया।
उधारी के पैसे को लेकर था विवाद
जांच में पता चला कि आरोपी संजय वर्मा को मृतक दीपक वर्मा ने डेढ़ लाख रुपये उधार दिए थे। उधारी के पैसे के लिये दीपक बार-बार उल्टा सीधा बोलता था। इसी से परेशान होकर संजय ने दीपक वर्मा को जान से मारने का प्लान बनाया। 19 फरवरी को दीपक ने पैसो के लिए फोन किया तो आरोपी ने उसे चौपाल सागर पर मिलने को बुलाया। दीपक वहां पहुंचा तो वह नशे में था। संजय ने उसे गुमराह किया और राधेश्याम विहार कालोनी मुगीसपुर के पास खाली पड़े खेत ले गया। वहां लेटने को कहा और खेत में ही पड़े पत्थर से चेहरे को कुचलकर उसकी हत्या कर दी। उसके बाद अपनी बाइक से घर आ गया।
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