श्रीकृष्ण-जन्माष्टमी:-कान्हा-को-लुभाने-निकलीं-गोपियां,-दिखाए-नृत्य-के-कई-रंग
भोपाल में सांस्कृतिक कार्यक्रम के बाद होनहारों को पुरस्कृत किया गया। - फोटो : सोशल मीडिया विस्तार Follow Us श्रीकृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव प्रदेश में पहली बार भव्य स्तर पर मनाया जा रहा है। सीएम डॉ. मोहन यादव की मंशा और आदेशानुसार स्कूल कालेजों में भी पर्व की धूम सुनाई दी। राजधानी के शासकीय रानी लक्ष्मीबाई गर्ल्स कॉलेज में भी यह अवसर बहुत उत्साह और उमंग के साथ मनाया गया। कई सांस्कृतिक कार्यक्रमों की छटा यहां बिखरी। बेस्ट परफॉर्म करने वाली छात्राओं को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी कार्यक्रम को सूत्र में बांधने की भूमिका डॉ भारती जैन, डॉ दीप्ति श्रीवास्तव और डॉ सीमा रायजादा ने निभाई। इनके नेतृत्व में छात्राओं ने गोपी और कृष्ण की वेशभूषा में विभिन्न प्रस्तुतियां दीं। नृत्य कार्यक्रम शुरू हुआ तो किस्सा श्रीकृष्ण लीला तक सीमित नहीं रहा, यह आगे बढ़ता हुआ भांगड़ा और गिद्दा तक भी पहुंचा। भारतीय संस्कृति के इन रंगों ने सारी महफिल को झूमने पर मजबूर कर दिया। कार्यक्रम की शुरुआत में कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ मुकेश अग्रवाल और डॉ रोली ने दीप प्रज्वलित किया और मां सरस्वती की वंदना की।  मनमोहक प्रस्तुतियां देने वाली छात्राओं को पुरस्कार देकर उनकी हौसला अफजाई की गई। इस दौरान समूह नृत्य के लिए प्रथम स्थान सुहानी ठाकुर और अदिति ने पाया। जबकि दूसरे पायदान पर पल्लवी, त्रिज्जला और तनिषा पहुंची। इसी तरह तृतीय पुरस्कार की हकदार प्रगति और तनु सेन बनीं। कार्यक्रम के दौरान गोपी का किरदार निभाने वाली साक्षी साहू, वैष्णवी धाकड़ और विनिता भी पुरस्कार से नवाजा गईं। शासकीय रानी लक्ष्मीबाई कन्या महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ अग्रवाल ने कहा कि पर्व हमारे जीवन का अंग हैं और यह हमारे देश की अमिट संस्कृति भी हैं। इन्हीं के रंगों से हमारा जीवन खुशनुमा और मोहक बना हुआ है। डॉ अग्रवाल ने कहा कि हमारा कॉलेज जीवन के हर रंग की गहराई तक महसूस करने के लिए हमेशा हर छोटे बड़े अवसर पर आयोजन करता रहा है। यह भी शिक्षा का ही एक रूप है। इस पाठ को पढ़कर ही कोई स्टूडेंट संपूर्णता और संतुष्टि की प्राप्ति कर सकता है।

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भोपाल में सांस्कृतिक कार्यक्रम के बाद होनहारों को पुरस्कृत किया गया। – फोटो : सोशल मीडिया

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श्रीकृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव प्रदेश में पहली बार भव्य स्तर पर मनाया जा रहा है। सीएम डॉ. मोहन यादव की मंशा और आदेशानुसार स्कूल कालेजों में भी पर्व की धूम सुनाई दी। राजधानी के शासकीय रानी लक्ष्मीबाई गर्ल्स कॉलेज में भी यह अवसर बहुत उत्साह और उमंग के साथ मनाया गया। कई सांस्कृतिक कार्यक्रमों की छटा यहां बिखरी। बेस्ट परफॉर्म करने वाली छात्राओं को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।

श्रीकृष्ण जन्माष्टमी कार्यक्रम को सूत्र में बांधने की भूमिका डॉ भारती जैन, डॉ दीप्ति श्रीवास्तव और डॉ सीमा रायजादा ने निभाई। इनके नेतृत्व में छात्राओं ने गोपी और कृष्ण की वेशभूषा में विभिन्न प्रस्तुतियां दीं। नृत्य कार्यक्रम शुरू हुआ तो किस्सा श्रीकृष्ण लीला तक सीमित नहीं रहा, यह आगे बढ़ता हुआ भांगड़ा और गिद्दा तक भी पहुंचा। भारतीय संस्कृति के इन रंगों ने सारी महफिल को झूमने पर मजबूर कर दिया। कार्यक्रम की शुरुआत में कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ मुकेश अग्रवाल और डॉ रोली ने दीप प्रज्वलित किया और मां सरस्वती की वंदना की। 

मनमोहक प्रस्तुतियां देने वाली छात्राओं को पुरस्कार देकर उनकी हौसला अफजाई की गई। इस दौरान समूह नृत्य के लिए प्रथम स्थान सुहानी ठाकुर और अदिति ने पाया। जबकि दूसरे पायदान पर पल्लवी, त्रिज्जला और तनिषा पहुंची। इसी तरह तृतीय पुरस्कार की हकदार प्रगति और तनु सेन बनीं। कार्यक्रम के दौरान गोपी का किरदार निभाने वाली साक्षी साहू, वैष्णवी धाकड़ और विनिता भी पुरस्कार से नवाजा गईं। शासकीय रानी लक्ष्मीबाई कन्या महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ अग्रवाल ने कहा कि पर्व हमारे जीवन का अंग हैं और यह हमारे देश की अमिट संस्कृति भी हैं। इन्हीं के रंगों से हमारा जीवन खुशनुमा और मोहक बना हुआ है। डॉ अग्रवाल ने कहा कि हमारा कॉलेज जीवन के हर रंग की गहराई तक महसूस करने के लिए हमेशा हर छोटे बड़े अवसर पर आयोजन करता रहा है। यह भी शिक्षा का ही एक रूप है। इस पाठ को पढ़कर ही कोई स्टूडेंट संपूर्णता और संतुष्टि की प्राप्ति कर सकता है।

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