राधा-रानी-विवादः-पंडित-प्रदीप-मिश्रा-ने-स्वामी-प्रेमानंद-को-किया-फोन,-मंत्री-की-एंट्री-से-नया-मोड़
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, इंदौर Published by: अर्जुन रिछारिया Updated Mon, 17 Jun 2024 03: 42 PM IST पंडित प्रदीप मिश्रा (pandit pradeep mishra) और स्वामी प्रेमानंद महाराज (swami premananda maharaj) के बीच चल रहे राधा रानी विवाद (radha rani) में अब मंत्री कैलाश विजयवर्गीय की एंट्री हो गई है। मंत्री ने ओंकारेश्वर में चल रही पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा के दौरान उनसे मुलाकात की और आशीर्वाद लिया। मंत्री समर्थकों ने बताया कि मुलाकात के दौरान पंडित प्रदीप मिश्रा ने मंत्री को स्वामी प्रेमानंद महाराज के सात हुए विवाद की भी जानकारी दी। इसके बाद सुलह के लिए बातचीत हुई और पंडित प्रदीप मिश्रा ने स्वामी प्रेमानंद महाराज को फोन लगाया।  स्वामी प्रेमानंद ने भी खेद जताया मंत्री समर्थकों का कहना है कि पंडित प्रदीप मिश्रा ने स्वामी प्रेमानंद को फोन लगाया और कहा कि मेरा वीडियो गलत तरीके से पेश किया गया। मेरी वाणी से यदि किसी को भी ठेस पहुंची है तो मैं क्षमा चाहता हूं। इस पर स्वामी प्रेमानंद ने भी कहा कि हमें भी इस विवाद का दुःख है। बताया जा रहा है कि स्वामी प्रेमानंद महाराज ने पंडित प्रदीप मिश्रा से जुड़े विवाद के वीडियो भी अपने अकाउंट्स से डिलीट कर दिए हैं। हालांकि पंडित प्रदीप मिश्रा और स्वामी प्रेमानंद महाराज दोनों की ही तरफ से अभी तक इस विषय पर कोई अधिकृत बयान सामने नहीं आया है।  मंत्री ने शेयर की तस्वीर मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने पंडित प्रदीप मिश्रा से मुलाकात का एक फोटो भी शेयर किया है। फोटो के सात उन्होंने लिखा है कि ओंकारेश्वर में सुप्रसिद्ध कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा के मुखारबिंद से हो रही शिव महापुराण कथा का श्रवण करने के पश्चात उनका सानिध्य एवं आशीर्वाद प्राप्त हुआ। इस फोटो पर भी लोगों ने यह कमेंट किए हैं कि राधा रानी विवाद को समाप्त होना चाहिए।  क्या है विवाद पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा था कि भगवान कृष्ण की पत्नियों में राधा का नाम नहीं है। राधा रानी के पति का नाम अनय घोष, उनकी सास का नाम जटिला और ननद का नाम कुटिला था। राधाजी का विवाह छाता में हुआ था। राधाजी बरसाना की नहीं, रावल की रहने वाली थीं। बरसाना में तो उनके पिता की कचहरी थी, जहां वह साल भर में एक बार आती थीं।

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न्यूज डेस्क, अमर उजाला, इंदौर Published by: अर्जुन रिछारिया Updated Mon, 17 Jun 2024 03: 42 PM IST

पंडित प्रदीप मिश्रा (pandit pradeep mishra) और स्वामी प्रेमानंद महाराज (swami premananda maharaj) के बीच चल रहे राधा रानी विवाद (radha rani) में अब मंत्री कैलाश विजयवर्गीय की एंट्री हो गई है। मंत्री ने ओंकारेश्वर में चल रही पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा के दौरान उनसे मुलाकात की और आशीर्वाद लिया। मंत्री समर्थकों ने बताया कि मुलाकात के दौरान पंडित प्रदीप मिश्रा ने मंत्री को स्वामी प्रेमानंद महाराज के सात हुए विवाद की भी जानकारी दी। इसके बाद सुलह के लिए बातचीत हुई और पंडित प्रदीप मिश्रा ने स्वामी प्रेमानंद महाराज को फोन लगाया। 

स्वामी प्रेमानंद ने भी खेद जताया
मंत्री समर्थकों का कहना है कि पंडित प्रदीप मिश्रा ने स्वामी प्रेमानंद को फोन लगाया और कहा कि मेरा वीडियो गलत तरीके से पेश किया गया। मेरी वाणी से यदि किसी को भी ठेस पहुंची है तो मैं क्षमा चाहता हूं। इस पर स्वामी प्रेमानंद ने भी कहा कि हमें भी इस विवाद का दुःख है। बताया जा रहा है कि स्वामी प्रेमानंद महाराज ने पंडित प्रदीप मिश्रा से जुड़े विवाद के वीडियो भी अपने अकाउंट्स से डिलीट कर दिए हैं। हालांकि पंडित प्रदीप मिश्रा और स्वामी प्रेमानंद महाराज दोनों की ही तरफ से अभी तक इस विषय पर कोई अधिकृत बयान सामने नहीं आया है। 

मंत्री ने शेयर की तस्वीर
मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने पंडित प्रदीप मिश्रा से मुलाकात का एक फोटो भी शेयर किया है। फोटो के सात उन्होंने लिखा है कि ओंकारेश्वर में सुप्रसिद्ध कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा के मुखारबिंद से हो रही शिव महापुराण कथा का श्रवण करने के पश्चात उनका सानिध्य एवं आशीर्वाद प्राप्त हुआ। इस फोटो पर भी लोगों ने यह कमेंट किए हैं कि राधा रानी विवाद को समाप्त होना चाहिए। 

क्या है विवाद
पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा था कि भगवान कृष्ण की पत्नियों में राधा का नाम नहीं है। राधा रानी के पति का नाम अनय घोष, उनकी सास का नाम जटिला और ननद का नाम कुटिला था। राधाजी का विवाह छाता में हुआ था। राधाजी बरसाना की नहीं, रावल की रहने वाली थीं। बरसाना में तो उनके पिता की कचहरी थी, जहां वह साल भर में एक बार आती थीं।

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