मध्य-प्रदेश-में-सबसे-अधिक-बाघों-की-संख्या,-दूसरे-स्थान-पर-कर्नाटक,-जानें-अन्य-राज्यों-का-हाल
झारखंड, छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों में बाघ की आबादी में कमी दूसरे स्थान पर 563 बाघ के साथ कर्नाटक, तीसरे स्थान पर 560 बाघ के साथ उत्तराखंड और फिर 444 बाघों के साथ चौथे स्थान पर महाराष्ट्र है. अगर टाइगर रिजर्व में बाघों की संख्या की बात करें तो सबसे अधिक 260 बाघ कॉर्बेट में हैं, जबकि बांदीपुर में 150, नागरहोल में 141, बांधवगढ़ में 135, दुधवा में 135, मुड़ूमलाई में 114, कान्हा में 105, काजीरंगा में 104, सुंदरबन में 100, ताडोबा में 97, सत्यमंगलम में 87 और मध्य प्रदेश के पेंच में 77 बाघ मौजूद हैं. मंत्रालय के अनुसार झारखंड, नागालैंड, मिजोरम, गोवा, छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों में बाघ की आबादी में कमी दर्ज की गयी है. कई टाइगर रिजर्व ने बाघ की संख्या को बढ़ाने के मामले में अच्छी प्रगति की है, जबकि देश के 35 फीसदी टाइगर रिजर्व पर तत्काल ध्यान देने की जरूरत बतायी गयी है.

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झारखंड, छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों में बाघ की आबादी में कमी

दूसरे स्थान पर 563 बाघ के साथ कर्नाटक, तीसरे स्थान पर 560 बाघ के साथ उत्तराखंड और फिर 444 बाघों के साथ चौथे स्थान पर महाराष्ट्र है. अगर टाइगर रिजर्व में बाघों की संख्या की बात करें तो सबसे अधिक 260 बाघ कॉर्बेट में हैं, जबकि बांदीपुर में 150, नागरहोल में 141, बांधवगढ़ में 135, दुधवा में 135, मुड़ूमलाई में 114, कान्हा में 105, काजीरंगा में 104, सुंदरबन में 100, ताडोबा में 97, सत्यमंगलम में 87 और मध्य प्रदेश के पेंच में 77 बाघ मौजूद हैं. मंत्रालय के अनुसार झारखंड, नागालैंड, मिजोरम, गोवा, छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों में बाघ की आबादी में कमी दर्ज की गयी है. कई टाइगर रिजर्व ने बाघ की संख्या को बढ़ाने के मामले में अच्छी प्रगति की है, जबकि देश के 35 फीसदी टाइगर रिजर्व पर तत्काल ध्यान देने की जरूरत बतायी गयी है.