बहस करने की अनुमति नहीं दी गयी
आगे जयशंकर ने कहा कि यह विदेशों में छात्रों और पेशेवरों के लिए बेहतर वीजा सुविधाएं या काम करने की स्थिति हो सकती है. यह महत्वपूर्ण क्षेत्रों और प्रौद्योगिकियों में प्रगति के माध्यम से हमारे देश के भविष्य के बारे में हो सकते हैं. चाहे वह इंजन प्रौद्योगिकी और सेमीकंडक्टर हो, ड्रोन हो या फिनटेक, ये नये भारत के निर्माण खंड हैं. जयशंकर ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि इन मामलों पर उस गंभीरता के साथ चर्चा और बहस करने की अनुमति नहीं दी गयी जिसके वे हकदार थे.
Comments