ग्वालियर-में-अमित-शाह-का-क्यों-है-खास-फोकस-?-एक-महीने-में-दूसरी-बार-आएंगे-मध्य-प्रदेश-के-दौरे-पर
ग्वालियर और चंबल क्षेत्र की 34 में से 26 सीट जीतीं थी कांग्रेस ने यहां चर्चा कर दें कि साल 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने ग्वालियर और चंबल क्षेत्र की 34 में से 26 सीट जीतीं, तब ज्‍योतिरादित्‍य सिंधिया कांग्रेस में थे. सिंधिया के अपने वफादारों के साथ बीजेपी में चले जाने के बाद, नवंबर 2020 में ग्वालियर और चंबल क्षेत्र में हुए उपचुनावों में कांग्रेस 19 में से सिर्फ सात सीट जीत सकी थी. एक राजनीतिक पर्यवेक्षक ने कहा कि पिछले साल ग्वालियर में महापौर के चुनाव में झटका लगने के बाद अब बीजेपी कोई जोखिम नहीं उठाना चाहती.

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ग्वालियर और चंबल क्षेत्र की 34 में से 26 सीट जीतीं थी कांग्रेस ने

यहां चर्चा कर दें कि साल 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने ग्वालियर और चंबल क्षेत्र की 34 में से 26 सीट जीतीं, तब ज्‍योतिरादित्‍य सिंधिया कांग्रेस में थे. सिंधिया के अपने वफादारों के साथ बीजेपी में चले जाने के बाद, नवंबर 2020 में ग्वालियर और चंबल क्षेत्र में हुए उपचुनावों में कांग्रेस 19 में से सिर्फ सात सीट जीत सकी थी. एक राजनीतिक पर्यवेक्षक ने कहा कि पिछले साल ग्वालियर में महापौर के चुनाव में झटका लगने के बाद अब बीजेपी कोई जोखिम नहीं उठाना चाहती.