इंदौर-एयरपोर्ट-के-रनवे-को-बड़ा-करने-की-तैयारी,-बड़े-विदेशी-विमानों-की-राह-होगी-आसान
इंदौर एयरपोर्ट - फोटो : अमर उजाला, इंदौर विस्तार प्रवासी भारतीय सम्मेलन और जी 20 के बाद इंदौर की ग्लोबल इमेज बन चुकी है। अब बड़ी संख्या में विदेशी इंदौर आ रहे हैं। इसी के चलते इंदौर एयरपोर्ट को अधिक विकसित करने की योजना बन रही है। अब विदेशी बड़े विमान को उतारने को लेकर एयरपोर्ट के रनवे को बड़ा करने का प्लान बनाया जा रहा है। अभी रनवे 2,754 मीटर लंबा है, जबकि विदेशी विमान को उतारने के लिए इसकी लंबाई तकरीबन 3,500 मीटर होना जरूरी रहती है। इसको लेकर प्रस्ताव मुख्यालय भेजा गया है। इस विषय में जानकारी देते हुए एयरपोर्ट प्रबंधन ने कहा है कि रनवे फिलहाल एटीआर और एयरबस 320 विमानों के लिए तो सही है, लेकिन यदि बात की जाए बड़े विमानों की तो इनके लिए अभी रनवे काफी छोटा है विस्तार को लेकर अब तैयारी की जा रही है। बता दें कि इसको लेकर प्रस्ताव मुख्यालय को भेज दिया गया है अनुमति आने के बाद इस पर कार्य किया जाएगा। जानकारी के लिए बता दें कि प्रदेश सरकार ने 20 एकड़ जमीन प्रबंधक को दी है, जिस पर ही विस्तार का कार्य किया जाएगा।  सीएम के मुंबई दौरे पर सामने आई थी बात प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान द्वारा दुबई दौरे के समय अमिरात एयरलाइंस से इंदौर से फ्लाइट संचालित को लेकर बातें की थी। इस दौरान उनकी तरफ से जानकारी दी गई थी कि बड़े विमानों के लिए रनवे छोटा है। किराया भी कम होगा  ट्रेवल एजेंट एसोसिएशन ऑफ इंडिया के प्रदेश अध्यक्ष हेमेंद्र सिंह जादौन ने इस विषय में कहा कि विदेशी विमान काफी ज्यादा बड़े होते हैं, यही कारण है कि उनमें एक साथ बड़ी संख्या में यात्री सफर कर सकते हैं। उन्होंने आगे बताया कि यदि यह सुविधा बड़े विमान इंदौर से भी शुरू हो जाए तो बड़ी संख्या में कम किराए में ज्यादा यात्री सफर कर सकेंगे, क्योंकि इनका किराया कम होता है। ट्रांसपोर्टेशन सुधारना पहली प्राथमिकता मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर स्वच्छता के साथ ही ट्रांसपोर्टेशन को लेकर भी काफी चर्चाओं में रहता है। एयरपोर्ट से कई देशों में जाने की फ्लाइट मिल जाती है, लेकिन अब लगातार इंदौर एयरपोर्ट का विस्तार किया जा रहा है। इसका बड़ा कारण यह है कि अब लगातार इंदौर आने वाले विदेशी नागरिकों की संख्या में इजाफा हो रहा है।  नए एयरपोर्ट की जगह पुराने के विस्तार का विकल्प इंदौर में नए एयरपोर्ट को बनाने की कवायद चल रही है जिसमें जमीन के लिए दिक्कत आ रही है। इसके बीच एक्सपर्ट का कहना है कि पुराने एयरपोर्ट का ही विस्तार करना चाहिए। अभी नए एयरपोर्ट के लिए जमीन तलाश लें तब तक इसी का विस्तार करें और कुछ साल के बाद उस पर पूरी प्लानिंग के साथ तैयारी करें।  एविएशन एक्सपर्ट नागेश नामजोशी बताते हैं कि अभी तुरंत नए एयरपोर्ट की जरूरत नहीं है। कुछ दशक बाद इंदौर में बड़े एयरपोर्ट की जरूरत पड़ेगी। उसके लिए अभी से योजना बनानी होगी क्योंकि जितनी जमीन हमें नए एयरपोर्ट के लिए चाहिए। वह आज से पांच से 10 साल बाद नहीं मिलेगी। इसके पहले इंदौर एयरपोर्ट का विस्तार कर अभी की जरूरतों को पूरा किया जा सकता है। यहां की हवाई पट्टी अभी नौ हजार मीटर की है। इसके विस्तार की अनुमति भी मिल चुकी है। इसे 11 हजार मीटर किया जाए तो बड़े विमान यहां पर उतर सकेंगे। टैक्सी वे तैयार हो ही चुका है। इतना काम होने में भी समय लग जाएगा। नया एटीसी और टर्मिनल भवन भी बनाया जाना चाहिए।

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इंदौर एयरपोर्ट – फोटो : अमर उजाला, इंदौर

विस्तार प्रवासी भारतीय सम्मेलन और जी 20 के बाद इंदौर की ग्लोबल इमेज बन चुकी है। अब बड़ी संख्या में विदेशी इंदौर आ रहे हैं। इसी के चलते इंदौर एयरपोर्ट को अधिक विकसित करने की योजना बन रही है। अब विदेशी बड़े विमान को उतारने को लेकर एयरपोर्ट के रनवे को बड़ा करने का प्लान बनाया जा रहा है।

अभी रनवे 2,754 मीटर लंबा है, जबकि विदेशी विमान को उतारने के लिए इसकी लंबाई तकरीबन 3,500 मीटर होना जरूरी रहती है। इसको लेकर प्रस्ताव मुख्यालय भेजा गया है। इस विषय में जानकारी देते हुए एयरपोर्ट प्रबंधन ने कहा है कि रनवे फिलहाल एटीआर और एयरबस 320 विमानों के लिए तो सही है, लेकिन यदि बात की जाए बड़े विमानों की तो इनके लिए अभी रनवे काफी छोटा है विस्तार को लेकर अब तैयारी की जा रही है। बता दें कि इसको लेकर प्रस्ताव मुख्यालय को भेज दिया गया है अनुमति आने के बाद इस पर कार्य किया जाएगा। जानकारी के लिए बता दें कि प्रदेश सरकार ने 20 एकड़ जमीन प्रबंधक को दी है, जिस पर ही विस्तार का कार्य किया जाएगा। 

सीएम के मुंबई दौरे पर सामने आई थी बात
प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान द्वारा दुबई दौरे के समय अमिरात एयरलाइंस से इंदौर से फ्लाइट संचालित को लेकर बातें की थी। इस दौरान उनकी तरफ से जानकारी दी गई थी कि बड़े विमानों के लिए रनवे छोटा है।

किराया भी कम होगा 
ट्रेवल एजेंट एसोसिएशन ऑफ इंडिया के प्रदेश अध्यक्ष हेमेंद्र सिंह जादौन ने इस विषय में कहा कि विदेशी विमान काफी ज्यादा बड़े होते हैं, यही कारण है कि उनमें एक साथ बड़ी संख्या में यात्री सफर कर सकते हैं। उन्होंने आगे बताया कि यदि यह सुविधा बड़े विमान इंदौर से भी शुरू हो जाए तो बड़ी संख्या में कम किराए में ज्यादा यात्री सफर कर सकेंगे, क्योंकि इनका किराया कम होता है।

ट्रांसपोर्टेशन सुधारना पहली प्राथमिकता
मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर स्वच्छता के साथ ही ट्रांसपोर्टेशन को लेकर भी काफी चर्चाओं में रहता है। एयरपोर्ट से कई देशों में जाने की फ्लाइट मिल जाती है, लेकिन अब लगातार इंदौर एयरपोर्ट का विस्तार किया जा रहा है। इसका बड़ा कारण यह है कि अब लगातार इंदौर आने वाले विदेशी नागरिकों की संख्या में इजाफा हो रहा है। 

नए एयरपोर्ट की जगह पुराने के विस्तार का विकल्प
इंदौर में नए एयरपोर्ट को बनाने की कवायद चल रही है जिसमें जमीन के लिए दिक्कत आ रही है। इसके बीच एक्सपर्ट का कहना है कि पुराने एयरपोर्ट का ही विस्तार करना चाहिए। अभी नए एयरपोर्ट के लिए जमीन तलाश लें तब तक इसी का विस्तार करें और कुछ साल के बाद उस पर पूरी प्लानिंग के साथ तैयारी करें। 

एविएशन एक्सपर्ट नागेश नामजोशी बताते हैं कि अभी तुरंत नए एयरपोर्ट की जरूरत नहीं है। कुछ दशक बाद इंदौर में बड़े एयरपोर्ट की जरूरत पड़ेगी। उसके लिए अभी से योजना बनानी होगी क्योंकि जितनी जमीन हमें नए एयरपोर्ट के लिए चाहिए। वह आज से पांच से 10 साल बाद नहीं मिलेगी। इसके पहले इंदौर एयरपोर्ट का विस्तार कर अभी की जरूरतों को पूरा किया जा सकता है। यहां की हवाई पट्टी अभी नौ हजार मीटर की है। इसके विस्तार की अनुमति भी मिल चुकी है। इसे 11 हजार मीटर किया जाए तो बड़े विमान यहां पर उतर सकेंगे। टैक्सी वे तैयार हो ही चुका है। इतना काम होने में भी समय लग जाएगा। नया एटीसी और टर्मिनल भवन भी बनाया जाना चाहिए।

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