गोगोई ने कहा कि मणिपुर इंसाफ मांगता है, खासकर मणिपुर के युवा और महिलाएं. उन्होंने दावा किया कि अगर मणिपुर में आग लगी है, तो इसका मतलब भारत जल रहा है, क्योंकि वे दोनों जुड़े हुए हैं. कांग्रेस नेता ने कहा कि हमारी मांग थी कि देश के मुखिया होने के नाते प्रधानमंत्री बयान दें और यहां सदेश दिया जाए कि दुख की घड़ी में हम मणिपुर में उनके साथ थे.प्रधानमंत्री ने मौन व्रत लिया। इसलिए हम इस अविश्वास प्रस्ताव लाए क्योंकि हम प्रधानमंत्री का मौन व्रत तोड़ना चाहते हैं. गोगोई ने सवाल किया कि प्रधानमंत्री मणिपुर क्यों नहीं गए? उन्हें मणिपुर पर बोलने में लगभग 80 दिन क्यों लगे? जब बोले तो सिर्फ 30 सेकंड के लिए बोले. उन्होंने आरोप लगाया कि आज तक प्रधानमंत्री की तरफ से संवेदना का कोई शब्द नहीं है, न शांति की गुहार लगाई.
Comments